अकबर और बीरबल के कहानी-Akbar birbal ki Kahani एक दिन दरबार में बीरबल नहीं आए थे.तो उस दरबार में बीरबल से जलने वाले सब मंत्रियों ने सोचा के आज सही मौका है.बीरबल के खिलाफ , कान भरने का महाराज अकबर के मन में. वैसे यह कोई नई बात नहीं है जब भी बीरबल दरबार में नहीं होते थे, तब वह सारे मंत्री बादशाह अकबर के सामने बीरबल को नीचा दिखाने की हर कोशिश करते थे. वैसे ही आज भी उनको मिला था कि बादशाह अकबर के सामने बीरबल को नीचा दिखाया जाए क्योंकि आज भी बीरबल दरबार में नहीं आए थे. बीरबल से जलने वाले कुछ मंत्रियों ने कहा जहांपनाह, आप बीरबल को हमेशा कुछ ज्यादा ही मान देते हैं, और आप उनको कुछ ज्यादा ही पसंद कर